खालापार ने सुनी शहर की आवाज, कूड़ा वाहन ले जाने पर बनी सहमति
सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में हुई बैठक में लोगों ने रखी अपनी बात, स्कूल टाइमिंग में नहीं जायेंगे बड़े कूड़ा वाहन, 60 प्रतिशत कूड़ा रात्रि में ही डलावघरों से उठाने की होगी व्यवस्थाा, दिन में बना बोझ कम करने का प्रयास
मुजफ्फरनगर। शहर के 55 वार्डों से प्रतिदिन घरों और डलावघरों से कूड़ा निस्तारण को लेकर खालापार हादसे के बाद बनी समस्या को आपसी सहमति से सुलझाने में कामयाबी मिल गई है। पालिका ईओ के प्रयासों के बाद सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में खालापार के निवासियों, सभासदों और पालिका व कंपनी के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में खालापार से बड़े कूड़ा वाहनों के आवागमन को सशर्त अनुमति प्रदान कर दी गई है। गुरूवार को सवेरे बिना रोक टोक पालिका के कूड़ा वाहन खालापार से आवागमन करते हुए नजर आये। इससे पालिका के साथ ही जिला प्रशासन को भी राहत मिली है। शहर की समस्या के निदान के लिए पालिका की आवाज को सुनने के लिए चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने खालापार के लोगों का आभार जताते हुए भरोसा दिलाया कि है कि भविष्य में प्लांट तक वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था होने पर खालापार से कूड़ा वाहनों का आवागमन बंद कराया जायेगा। आम सहमति के तहत स्कूल टाइमिंग में सुबह और दोपहर को दो-दो घंटे तक बड़े कूड़ा वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। साथ ही रात्रि में ज्यादा से ज्यादा कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था करने के लिए पालिका ने तैयारी की है।
ज्ञात रहे कि 29 जून को बारिश के बीच ही खालापार में पालिका के कूड़ा वाहन डंपर की चपेट में आने से चरथावल निवासी बाइक सवार चाचा भतीजा घायल हो गये थे। इनमें से एक युवक की मौत हो जाने के बाद खालापार में लोगों ने भारी हंगामा किया था। इसके बाद लोगों की मांग पर खालापार से बड़े कूड़ा वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाते हुए किदवईनगर प्लांट तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक मार्ग तलाश किया गया, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं होने पर खालापार से ही रात्रि के समय कूड़ा वाहन ले जाने की व्यवस्था कराई गई, रात्रि में कूड़ा उठान के कारण पूरे दिन शहर गन्दगी की चपेट में आ गया। इससे बनी समस्या ने पालिका और जिला प्रशासन की सिरदर्दी बढ़ा दी थी। कांवड़ यात्रा नजदीक होने के कारण इस समस्या के समाधान के लिए पालिका की अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह ने कई बार समझौते के प्रयास किये, लेकिन लोगों की नाराजगी बनी रही और बड़े वाहनों के प्रवेश पर सहमति नहीं बन पाने के कारण समस्या विकराल होती जा रही थी।
सिटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पालिका से चार बिन्दुओं पर सहमति बनी
इसको लेकर सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने आपसी सहमति बनाने के लिए पालिका प्रशासन और खालापार के लोगों के साथ अहम मीटिंग बुलाई। इसमें खालापार के लोगों को समझाया गया कि किदवईनगर स्थित प्लांट तक कूड़ा ले जाने को बड़े वाहनों के लिए कोई भी वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। रात्रि में कूड़ा उठाने से दिन भर गन्दगी की समस्या बन रही है। उन्होंने लोगों से सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर समाधान तक पहंुचने की बात कही। इस दौरान मुख्य तौर पर शहर हित को देखते हुए लोगों ने सशर्त सहमति प्रदान की। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में खालापार प्रकरण को लेकर मीटिंग हुई, इसमें मुख्यतः चार बिन्दुओं पर सहमति बनी है। पहला यही है कि स्कूल टाइमिंग में सुबह 7 से 9 बजे तक और दोपहर को 12 से 2 बजे तक दो-दो घंटे के बीच बड़े कूड़ा वाहन खालापार क्षेत्र से नहीं जायेंगे। आवागमन के लिए प्लांट तक जा रहा मार्ग दयनीय है, उसका निर्माण कराया जायेगा। रात्रि के समय ज्यादा से ज्यादा कूड़ा उठान किया जायेगा और बिना नम्बर प्लेट या बिना ढके कोई भी कूड़ा वाहन नहीं जायेगा।
खालापार में 40 लाख खर्च कर पालिका बनवायेगी सड़क
ईओ ने बताया कि इन चारों मांगों पर सहमति बन गई है। उनके द्वारा खालापार थाने से आगे तक मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया जा चुका है। यह सड़क पालिका के द्वारा 15वें वित्त के तहत पास है। तीन हिस्सों में सड़क का टैण्डर हो चुका है। इस पर करीब 40 लाख रुपये का खर्च आयेगा। इसके लिए जल्द ही ठेकेदारों को वर्क ऑर्डर जारी कर निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया जायेगा और दो माह के भीतर ही इसे पूर्ण कराने का प्रयास रहेगा। यह सड़क बनने से काफी हद तक समस्या का समाधान होगा। इससे आगे की सड़क के निर्माण के प्रयास भी शुरू कर दिये गये हैं। पालिका के साथ काम कर रही कंपनी एमआईटूसी के प्रबंधक को भी इससे अवगत करा दिया गया है। स्कूल टाइमिंग में कोई भी बड़ा कूड़ा वाहन खालापार में प्रवेश नहीं करेगा। यह व्यवस्था वैकल्पिक मार्ग मिलने तक बनी रहेगी। उन्होंने बताया कि कंपनी को निर्देशित किया गया है कि वो शहर के डलावघरों से करीब 60 प्रतिशत कूड़ा रात्रि में और 40 प्रतिशत सवेरे उठान करने की व्यवस्था कराये ताकि सवेरे कूड़ा निस्तारण का कम से कम दबाव बने।
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने जताया लोगों का आभार
बताया कि प्रतिदिन करीब 40 बड़े वाहन कूड़ा निस्तारण में प्लांट तक दो दो चक्कर लगाते हैं। रात्रि में 60 प्रतिशत कूड़ा उठने लगेगा तो दिन में आवागमन का दबाव कम रहेगा। इस सहमति पर व्यवस्था आज से ही लागू कर दिया गया। ईओ ने बताया कि गुरूवार को इसी सहमति के अनुसार बड़े कूड़ा वाहन खालापार से ही भेजे गये। इस दौरान किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं हुआ। वहीं चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने खालापार के सभासद और जिम्मेदार लोगों का समस्या के समाधान के लिए दिये गये सहयोग पर उनका आभार जताते हुए भरोसा दिलाया है कि विकल्प मिलने के साथ ही खालापार से बड़े कूड़ा वाहनों का प्रवेश बंद करा दिया जायेगा। इसके लिए उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप और ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के प्रयासों को भी सराहा। मीटिंग में मुख्य रूप से ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह के अलावा नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अतुल कुमार, चीफ सेनेट्री ऑफीसर योगेश कुमार, एमआईटूसी के एमडी कमलजीत सिंह, परियोजना प्रबंधक पुष्पराज सिंह, सेकेंड्री प्वाइंट इंचार्ज कुलदीप सिंह, सभासद नौशाद पहलवान के साथ ही अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।