गन्ने और चीनी उद्योग से बढेगा यूपी में रोजगार

सरकार ने आने वाले समय के लिए चीनी उद्योग के विकास का खाका भी तय कर दिया है। इसे रोजगार सृजन के बडे माध्यम के रूप में तैयार किया जा रहा है।;

Update: 2021-02-27 06:48 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में चीनी उद्योग को राज्य सरकार ने नई ताकत दी है। पिछली सरकारों में एक के बाद एक बंद हो रही चीनी मिलों को योगी सरकार ने न सिर्फ दोबारा शुरू कराया गया बल्कि यूपी आज देश में चीनी उत्पादन में नंबर वन बन गया है। सरकार ने आने वाले समय के लिए चीनी उद्योग के विकास का खाका भी तय कर दिया है। इसे रोजगार सृजन के बडे माध्यम के रूप में तैयार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नीति आयोग में यूपी में चीनी उद्योग और गन्ना उत्पादन के विकास की रूपरेखा पेश कर दी है। सरकार यूपी में गन्ने के साथ ही चीनी उद्योग को भी नई ऊंचाई पर ले जाने की तैयारी में है। चीनी मिलों की क्षमता बढ़ाने के साथ ही सरकार गन्ना उत्पादन के जरिये बड़े स्तर पर रोजगार भी सृजन करने की तैयारी की जा रही है। नीति आयोग के सामने पेश किए गए ब्योरे के मुताबिक राज्य सरकार ने तीन पेराई सत्रों एवं वर्तमान पेराई सत्र 2020-21 समेत यूपी में कुल 3,868 लाख टन गन्ने की पेराई कर 427.30 लाख टन चीनी का रिकाॅर्ड उत्पादन किया है। राज्य सरकार ने लगभग 45.44 लाख गन्ना किसानों को 123 लाख करोड़ रुपये से अधिक का रिकाॅर्ड गन्ना मूल्य भुगतान किया है। वर्ष 2017-18 से 31 जनवरी, 2021 तक 54 डिस्टिलरीज के माध्यम से प्रदेश में कुल 261.72 करोड़ लीटर एथनाॅल का उत्पादन हुआ है, जो कि एक रिकार्ड है।

Similar News