शातिरों ने आईजी का फर्जी फेसबुक एकाउंट बनाकर लोगों से मांगे रुपये
जांच-पडताल की गई तो पता चला कि उक्त अकाउंट का संचालन हरियाणा राज्य के होडल जनपद से किया जा रहा है एवं उक्त पेटीएम धारक का पता जनपद बुलन्दशहर और जनपद रायबरेली होना पाया गया है।;
मेरठ। साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने में पुलिस नाकाम है। अब किसी अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस महानिरीक्षक मेरठ, जोन मेरठ के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया और मेसेंजर के माध्यम से व्यक्तियों से पैसे मांगने की लिए पेटीएम नम्बर भी जारी कर दिया। जिसके द्वारा कई लोगों से सम्पर्क कर पैसे मांगने का प्रयास किया गया। उक्त सूचना मेरठ पुलिस को प्राप्त होने पर जानकारी प्राप्त की गयी तो ज्ञात हुआ कि ऐसा कोई भी अकाउंट पुलिस महानिरीक्षक मेरठ, जोन मेरठ के नाम से अधिकृत रूप से नहीं बनाया गया है।
मामले की जानकारी के बाद जब उक्त अकाउंट की जांच-पडताल की गई तो पता चला कि उक्त अकाउंट का संचालन हरियाणा राज्य के होडल जनपद से किया जा रहा है एवं उक्त पेटीएम धारक का पता जनपद बुलन्दशहर और जनपद रायबरेली होना पाया गया है। उक्त प्रकरण के सम्बन्ध में सर्विलांस सेल जनपद मेरठ द्वारा फर्जी अकाउंट को बन्द कराकर अज्ञात बदमाशां के विरूद्व थाना सिविल लाईन पर आईटी एक्ट में दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर और दारोगा के बाद आन लाइन ठगों ने आइजी का फर्जी फेसबुक एकाउंट बनाकर लोगों से रुपये मांगने का काम शुरू कर दिया है। मदद के नाम पर पेटीएम नंबर भी जारी कर रहे हैं। मेरठ में ही कुछ दिनों पहले जिले के कई थाना प्रभारी और दारोगा की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर ठगी का प्रयास किया गया था। लेकिन अब इन ठगों ने दुस्साहसिक तरीके से आइजी रेंज प्रवीण कुमार की फर्जी अकाउंट बना लिया। इसके बाद मैसेंजर के माध्यम से परिचितों और दोस्तों-रिश्तेदारों को पैसे मांगने के लिए पेटीएम का नंबर भी भेज दिया। मामले की जानकारी होते ही साइबर सेल जांच में जुट गई। पता चला कि एकाउंट को हरियाणा के होडल जनपद से संचालित किया जा रहा है। साथ ही पेटीएम धारक का पता बुलंदशहर और रायबरेली का निकला। तुरंत ही एकाउंट को बंद कराते हुए आरोपित के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।