दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देकर की कार्रवाई की मांग, खुद को बताया भूमि का मालिक
मुजफ्फरनगर। शहर कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला लद्दावाला के कब्रिस्तान की भूमि मौहल्ला रामपुरी में स्थित है। यहां पर यह कब्रिस्तान कई बिरादियों की संयुक्त संपत्ति के रूप में है। बरसों से इस कब्रिस्तान पर कब्जे को लेकर विवाद उठते रहे हैं। इसकी भूमि पर कई बार अवैध कब्जा किया गया। भूमि को बचाने के लिए जनता से किये गये चंदे के पैसों से चार दिवारी कराई गई। इसमें बाग लगाया गया और नलकूप भी स्थापित किया गया। कब्रिस्तान में मूलभूत सुविधा विकसित करने के लिए कमेटी काम करती है, यहां पर पथ प्रकाश, पेयजल आपूर्ति और मार्ग निर्माण के लिए कई बार नगरपालिका परिषद् के द्वारा भी कार्य कराये गये हैं। नगरपालिका में कब्रिस्तान को अंसारियान कब्रिस्तान के रूप में उल्लेखित कराया गया है। इसी को लेकर कई बार जातिगत विवाद उठते रहे हैं।
अब एक बार फिर से लद्दावाला कब्रिस्तान पर कब्जे की लड़ाई सड़क पर आ गई है। शनिवार को गली और मौहल्ले तक चलने वाला यह विवाद शहर कोतवाली तक जा पहुंचा। यहां पर पहुंचे पक्ष और विपक्ष के लोग आमने सामने खड़े नजर आये। दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर अवैध कब्जे का आरोप लगाते हुए शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक बबलू सिंह वर्मा को अपनी अपनी शिकायत सौंपकर कार्यवाही की मांग की और एक दूसरे को अवैध बताते हुए कब्जा दिलाने के लिए आग्रह भी किया।
शहर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर बबलू सिंह वर्मा ने बताया कि शनिवार को लद्दावाला-रामपुरी कब्रिस्तान की भूमि पर काबिज होने के विवाद को लेकर दोनों पक्षों के लोग कोतवाली आकर उनसे मिले थे। दोनों ही पक्षों के लोगों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। एक पक्ष का कहना है कि कब्रिस्तान समाज की संयुक्त संपत्ति है, लेकिन इस भूमि का बैनामा एक ही व्यक्ति के नाम कराया गया है। जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि यह संपत्ति सार्वजनिक या समाज की संपत्ति नहीं है। यह भूमि विवाद है, इसके लिए दोनों पक्षों के लोगों को मालिकाना हक के लिए न्यायिक आदेश हासिल करने के लिए कोर्ट जाने की सलाह दी गई है। मौके पर कानून एवं शांति व्यवस्था कायम करने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है। दोनों पक्षों के लोगों से भी शांति बनाने की अपील की गई है, यदि कोई विवाद होता है तो पुलिस संबंधितों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठायेगी, शांति व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जायेगी। दी गई तहरीर के आधार पर भी पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है। उच्चाधिकारियों को भी प्रकरण की जानकारी दे दी गई है। वहीं इस प्रकरण को लेकर मौहल्ला लद्दावाला में जातिगत एवं दो पक्षीय विवाद की संभावना भी प्रबल हो गई है।






