हरियाणा के पानीपत में चार नाबालिग बच्चों की हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में जो बातें सामने आईं, उसने सभी को स्तब्ध कर दिया। पुलिस के अनुसार महिला अपने परिवार और रिश्तेदारों की उन बच्चियों को निशाना बनाती थी, जिन्हें वह “अपने से सुंदर” मानती थी। आरोपी महिला पर दो साल में चार बच्चों की हत्या का आरोप है—जिनमें उसकी एक बेटी नहीं बल्कि उसका खुद का बेटा भी शामिल है।
पानीपत के एसपी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि महिला को 6 साल की बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद हिरासत में लिया गया। बच्ची का शव घर में पानी के टब में मिला था, जबकि कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था। पुलिस को इस पर संदेह हुआ और जांच के दौरान मामला हत्या का निकला। पूछताछ में महिला ने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
एसपी के अनुसार आरोपी ने कबूला कि पिछले दो वर्षों में उसने दो बच्चियों की हत्या की थी। बाद में शक न हो इसलिए उसने अपने ही बेटे की भी हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि महिला पढ़ी-लिखी भले कम हो, लेकिन काफी चतुर और योजनाबद्ध तरीके से वारदात करती थी। वह बच्चियों को लक्ष्य बनाकर घटनाओं को अंजाम देती थी।
पुलिस के मुताबिक महिला मानसिक रूप से अस्थिर प्रतीत होती है और दूसरों के बच्चों, खासकर बच्चियों के प्रति अनावश्यक शंका और चिढ़ रखती थी। उसे यह डर रहता था कि कोई बच्ची बड़ी होकर उससे अधिक सुंदर न दिखे। इस मानसिकता के चलते वह अपराध को अंजाम देती रही।
गिरफ्तारी के बाद महिला अब अपने किए पर पछतावा जता रही है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है और आगे की जांच चल रही है। साथ ही पुलिस मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन भी करवा रही है, ताकि आरोपी की मानसिक स्थिति स्पष्ट की जा सके।






