शाहजहांपुर के चौक कोतवाली क्षेत्र के बिजलीपुरा इलाके में एक डेयरी कारोबारी ने कथित तौर पर सूदखोरी और लगातार प्रताड़ना से परेशान होकर जहर खा लिया। फिलहाल पीड़ित का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।
20 साल पुराने कर्ज का विवाद
पीड़ित परिवार के अनुसार, करीब दो दशक पहले उनके बुजुर्ग नसीरुद्दीन ने भाजपा पार्षद प्रदीप सक्सेना से ब्याज पर रकम ली थी। परिवार का कहना है कि मूलधन और ब्याज दोनों चुका दिए गए थे। बावजूद इसके, 2020 में कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर नया हिसाब खोल दिया गया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि सूदखोरों ने जबरन इकरारनामा लिखवाया और बकाया रकम को लाखों में दिखा दिया। इसके साथ ही पिछले 6 सालों से उनसे रोज़ाना ढाई लीटर दूध मुफ्त में लिया जा रहा था।
धमकी और विवाद की शिकायत
24 अगस्त को डेयरी संचालक मोहम्मद आलम ने पुलिस से शिकायत की थी। परिवार का आरोप है कि अगले दिन भाजपा पार्षद उनके घर पहुंचे और बच्चों को नुकसान पहुँचाने की धमकी दी। यहां तक कि उनके बेटे की मोटरसाइकिल भी उठा ले गए। दबाव से टूटकर 25 अगस्त को आलम ने सल्फास खा लिया।
पुलिस कार्रवाई
पीड़ित की पत्नी अजरा बानो की तहरीर पर पुलिस ने भाजपा पार्षद प्रदीप सक्सेना समेत 8 नामजद और 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।