शहर से लेकर गांव देहात तक जलभराव से जन जीवन प्रभावित, बारिश के बाद भी उमस कायम
आरोग्यम हॉस्पिटल जलमग्न, वाहन दबे, दुकानों का माल खराब, बिजली व पानी की आपूर्ति ठप
मुजफ्फरनगर। जनपद मुजफ्फरनगर में सुबह शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे जिले की व्यवस्था को अस्त-व्यस्त कर दिया। पूरे जिले में चंद घंटे की इस बारिश ने जन जीवन को प्रभावित किया। शहर की प्रमुख सड़कें नदी जैसी बहने लगीं और निचले इलाकों में जलभराव से हालात बिगड़ गए। जानसठ रोड स्थित एसकेबीएम आरोग्यम अस्पताल की दीवार अचानक ढह गई, जिससे कई वाहन मलबे में दब गए और अस्पताल का बेसमेंट पानी से भर गया। गोल मार्किट, शिव चौक और तहसील मार्किट सहित कई बाजारों में दुकानों में पानी घुस जाने से व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा। वहीं, मोहल्लों से लेकर पॉश कॉलोनियों तक घरों, दुकानों और स्कूलों में पानी घुस जाने से लोगों का जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ। बिजली और पेयजल आपूर्ति बाधित होने से मुसीबत और बढ़ गई।
शुक्रवार की सुबह से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने पूरे जनपद में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। झमाझम बारिश जहां लोगों के लिए राहत बनकर आई, वहीं शहर और कस्बों में जलभराव ने हालात बिगाड़ दिए। निचले इलाकों से लेकर पॉश कॉलोनियों तक पानी भर गया, दुकानों और घरों में कीचड़ व बारिश का पानी घुसने से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। जानसठ रोड स्थित एसकेबीएम आरोग्यम अस्पताल की दीवार अचानक भरभरा कर गिर गई, जिससे वहां खड़े कई वाहन मलबे में दब गए। अस्पताल के बेसमेंट में भी पानी भर गया। यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी भारी बारिश के दौरान अस्पताल में जलभराव से अल्ट्रासाउंड सहित कई मशीनें खराब हो चुकी थीं और वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे।
शहर के शिव चौक, गोल मार्किट, तहसील मार्किट समेत कई प्रमुख क्षेत्रों में जलभराव ने व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ा दीं। तहसील मार्किट के बेसमेंट में पानी घुसने से दुकानों का माल खराब हो गया। वहीं, लद्दावाला, जनकपुरी, रामपुरी, खालापार, किदवईनगर, मल्हुपुरा और अन्य निचली बस्तियों के साथ ही भरतिया कॉलोनी, गांधी कॉलोनी, प्रेम विहार और पटेलनगर जैसे पॉश इलाकों में भी हाल बेहाल रहा। सुजड़ू क्षेत्र के कुंगर पट्टी, मदीना मस्जिद के आसपास तो पानी नदियों की तरह बहता नजर आया। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने सभासदों और नगरपालिका पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि साल में सिर्फ त्योहारों से पहले नालों की सफाई होती है और बाकी समय नेताओं का ध्यान सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने पर रहता है। लगातार हो रही बारिश से कई जगह बिजली आपूर्ति ठप हो गई। लाइनों में फॉल्ट आने के कारण दोपहर बाद तक लोगों को बिजली नहीं मिली, वहीं पेयजल आपूर्ति भी बाधित रही। वाहन चालकों को पानी से भरी गलियों और सड़कों पर भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। स्कूल जाने वाले बच्चे भी जलभराव में फंस गए। हालांकि, लगातार हो रही बारिश ने उमस और गर्मी से राहत दी है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम सुहावना हो जाने से लोगों ने ठंडक का आनंद लिया, लेकिन बारिश रुकने के बाद हवा बंद होती ही उमस गहरा गई और लोग फिर से चिपचिपी गर्मी से बेहाल नजर आये।