मुजफ्फरनगर। एक विवाद के दौरान दरोगा जी ने दलित युवक के साथ जमकर गाली गलौच करते हुए उसको वर्दी का रौब गालिब कर जबरन लॉकअप में बैठाया। दरोगा की गालियों से परेशान ग्रामीणों ने उसकी बदतमीजी पर वीडियो बनाने का साहस तो नहीं दिखाया लेकिन एक ग्रामीण ने अपने मोबाइल फोन में ऑडियो रिकार्ड कर ली। यह ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो एसएसपी ने त्वरित संज्ञान लेते हुए गालीबाज दरोगा को लाइन हाजिर करते हुए जांच बैठा दी है।
जानसठ कोतवाली की भलवा चौकी के इंचार्ज सुधीर राजौरी का एक ऑडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह एक दलित ग्रामीण के साथ बदतमीजी और गाली-गलौज करते हुए सुने जा सकते हैं। यह ऑडियो 5 मिनट 36 सेकेंड का है, जिसमें अनगिनत बार गंदी-गंदी और भद्दी-भद्दी गालियां दी गई हैं। दरअसल, यह विवाद खेत से काटे गए शीशम के पेड़ को लेकर उत्पन्न हुआ था। भलवा गांव के दो ग्रामीणों के खेत की मेड़ पर खड़े शीशम के पेड़ किसी ने चोरी से काट लिए थे, जिसके बाद एक पक्ष ने तहरीर दी थी। दूसरे पक्ष को भी चौकी बुलाया गया था, जहां उन्होंने भी अपनी तहरीर देकर अपनी बात रखी। जब दलित युवक ने दरोगा सुधीर राजौरी को बदतमीजी से बोलने पर टोका, तो दरोगा आवेश में आ गए और गाली-गलौज करने लगे। ऑडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि दरोगा ने न केवल बदतमीजी की, बल्कि मारपीट भी की और युवक को जबरन लॉकअप में बैठा दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि ग्रामीणों ने पहले ही दरोगा की मंशा को भांप लिया था और वीडियो बनाने का मौका नहीं मिलने पर उन्होंने मोबाइल से ही ऑडियो रिकॉर्ड कर लिया। ऑडियो में दरोगा की बदतमीजी और गाली-गलौज की स्पष्ट आवाजें सुनाई दे रही हैं।
इस प्रकरण में सोशल मीडिया पर दरोगा जी की ऑडियो वायरल होने पर एसएसपी ने त्वरित संज्ञान लेकर आरोपी दरोगा भलवा चौकी प्रभारी एसआई सुधीर राजौरी को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके साथ ही सीओ जानसठ से जांच कर रिपोर्ट मांगी है। सीओ जानसठ यतेंद्र नागर ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और कुछ लोगों ने कॉल करके भी उनसे शिकायत की है। इस प्रकरण में एसएसपी ने दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है। उनके आदेश पर मामले की जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर प्रकरण में आरोपी दरोगा से भी बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हो सका।






