आरोपी ने लखनऊ, रुड़की और आगरा में भी की ठगी, आर्मी की वर्दी पहनकर और फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर भरोसा जमाता था।
मुजफ्फरनगर। जनपद मुख्यालय पर चल रही अग्निवीर सैन्य भर्ती के दौरान अभ्यर्थी युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे जालसाजों का पर्दाफाश हुआ है। सिविल लाइन पुलिस ने मेरठ के एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो अग्निवीर भर्ती में अभ्यर्थियों को पास कराने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी कर रहा था। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से आर्मी की वर्दी, फर्जी पहचान पत्र, स्कूटी व मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
युवाओं के जज़्बे को धोखे में बदलने वाले एक जालसाज को थाना सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने पुलिस कार्यालय स्थित अपने कार्यालय में शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान इस गुडवर्क को साझा किया। एसपी सिटी प्रजापत के अनुसार, आरोपी कई वर्षों से अग्निवीर भर्ती के नाम पर युवकों से ठगी कर रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा (फिजिकल टेस्ट) में पास कराने और भर्ती पक्का कराने का भरोसा दिलाता था, और उनसे मोटी रकम वसूलकर नकली टोकन स्लिप देकर गायब हो जाता था।
घटना का खुलासा तब हुआ जब बिजनौर के एक युवक अभिषेक पुत्र राजेंद्र कुमार ने 30 अगस्त को पुलिस में तहरीर देकर बताया कि उससे अग्निवीर भर्ती में पास कराने के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी हुई है। युवक को नकली टोकन स्लिप भी दी गई थी। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर उच्चाधिकारियों के निर्देशन में एक टीम गठित की, जिसने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच और मिलिट्री इंटेलिजेंस के सहयोग से आरोपी को 5 सितम्बर को कम्पनी बाग के पास मेरठ जनपद से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान सुमित कुमार पुत्र रकम सिंह निवासी कस्तला शमशेर नगर थाना इंचौली, जनपद मेरठ (उम्र 31 वर्ष) के रूप में हुई। आरोपी के कब्जे से सेना की वर्दी (जूते, बेल्ट, कैप सहित), फर्जी आर्मी आईडी कार्ड, एक स्कूटी (बिना नंबर) और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया।
एसपी सिटी के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह भर्ती के दौरान उन युवकों की तलाश करता था जो फिजिकल टेस्ट में फेल हो जाते थे। उन्हें भर्ती कराने का विश्वास दिलाकर रुपये ले लेता और नकली टोकन स्लिप दे देता। आरोपी आर्मी की वर्दी पहनकर और फर्जी आईडी कार्ड दिखाकर भरोसा जमाता था। उसने लखनऊ, रुड़की और आगरा में भी इसी तरह की ठगी करना स्वीकार किया है। इस सफल कार्रवाई को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी निरीक्षक सिविल लाइन आशुतोष कुमार के नेतृत्व में उप निरीक्षक सतेंद्र सिंह ढिल्लो, कांस्टेबल विशाल कुमार व धर्मेंद्र कुमार शामिल रहे। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।