भाकियू अराजनैतिक ने घेरा कलेक्ट्रेट, मांगा गन्ना मूल्य

प्रदेशव्यापी आंदोलन को लेकर जुटे किसान, बकाया गन्ना भुगतान न होने पर जताया रोष;

Update: 2024-01-02 09:49 GMT

मुजफ्फरनगर। गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर मंगलवार को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के बैनर तले जिले के किसानों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम दफ्तर का घेराव करते हुए धरना दिया। किसानों ने बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं होने पर गहरा आक्रोश जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जल्द ही गन्ना मूल्य घोषित करने और भुगतान दिलाने की मांग की है।

भाकियू अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष अंकित चैधरी के नेतृत्व में सैंकड़ों किसान और यूनियन कार्यकर्ता मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और डीएम दफ्तर पर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान अंकित चैधरी ने बताया कि आज संगठन के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशन में प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज यहां पर जिला मुख्यालय घेरा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन के दो माह बीतने के बाद भी किसानों को यह पता नही कि उनके गन्ने का मूल्य क्या है। उत्तर प्रदेश में इस साल गन्ने का उत्पादन प्राकृतिक आपदा एवं बीमारी के चलते काफी कम है। जिसका नतीजा यह है आज शुगर मिल एवं कोल्हू और क्रेशर के बीच गन्ने को लेकर जंग छिड़ी है। कोल्हू और क्रेशर आज के समय 400 रुपए प्रति कुंतल के भाव पर किसानों से गन्ना खरीद रहे है।

किसान इस उम्मीद में मिलो को गन्ना दे रहे है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में इस साल जरूर बढोतरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि देखा जाये तो पिछले एक दशक में इस वर्ष चीनी का भाव सबसे ऊपर है। शीरे के दाम में आश्चर्यजनक बढोतरी दर्ज की गई है। मिलों से बेगास सहित सभी सहायक उत्पाद बिक रहे है। मिल की राख भी पोटाश के नाम पर बिक रही है, लेकिन इसका लाभ उद्योग को ही मिल रहा है न कि किसानो को। ऐसे में किसानों को उसका पिछले सत्र का गन्ना मूल्य भी दिलाने में सरकार विफल साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि भाकियू अराजनैतिक द्वारा 25 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित किसान पंचायत के माध्यम से गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग उठाई गई थी। इस पंचायत के दौरान संगठन के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री द्वारा गन्ना मूल्य बढ़ाये जाने की मांग पर आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक इंतजार हो रहा है, अब किसानों का सब्र टूट रहा है। किसान गन्ना मूल्य में बढोतरी को लेकर सड़कों पर उतरने को तैयार है। इस दौरान मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा गया। 

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