चकबंदी मामले को लेकर भाकियू ने की तालाबंदी
नसीरपुर और पिपलशाह में चकबंदी कार्य रूकने पर जताया रोष, बंद कराये कार्यालय;
मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को कलेक्ट्रेक्ट पहुंचकर चकबंदी अधिकारी सदर के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। किसानों ने यहां पर कार्यालय को बंद कराते हुए तालाबंदी कर दी और उग्र नारेबाजी की। इनका कहना था कि कुछ लोगों के द्वारा गांव में चल रही चकबंदी प्रक्रिया को अपने हित के कारण बंद करा दिया गया है, जबकि अधिकांश किसान चकबंदी चहाते हैं। इसके लिए जो कर्मचारी वहां पर काम कर रहे थे उनको हटा लिया गया।
भाकियू के बघरा ब्लाॅक अध्यक्ष मान सिंह के नेतृत्व में नसीरपुर और पीपलशाह के किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे और यहां चकबंदी अधिकारी सदर के कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए उग्र नारेबाजी की। मान सिंह ने बताया कि नसीरपुर और पीपलशाह में 20 साल के बाद चकबंदी प्रक्रिया चल रही है। वहां पर विभागीय स्तर पर जो कर्मचारी और पटवारी लगाये गये हैं, वो निष्पक्ष होकर सही काम कर रहे थे, चकबंदी को लेकर किसी को कोई भी विवाद नहीं था, लेकिन इसी बीच कुछ लोगों के अपने हित को लेकर किये गये हस्तक्षेप के बाद गावों में चकबंदी का कार्य बंद करा दिया गया है और कर्मचारियों को भी हटा दिया है। विरोध करने वाले लोग वहां पर दूसरी टीम को लगाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में अधिकांश किसानों के सामने परेशानी खड़ी हो रही है। मान सिंह ने कहा कि यदि चकबंदी प्रक्रिया को पुनः शुरू नहीं किया गया तो विभागीय कार्यालयों में भी कामकाज नहीं होने दिया जायेगा। प्रदर्शन के बीच कार्यकर्ताओं ने चकबंदी अधिकारी सदर के कार्यालय को बंद कराकर तालाबंदी कर दी और विरोध जताया। इस दौरान आजाद, ठाकुर मदन सिंह, भगत सिंह, ठा. नरेश पुण्डीर सहित अन्य किसान और यूनियन कार्यकर्ता मौजूद रहे।