दारुल उलूम ने एक बार फिर से संस्था में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा

Update: 2025-04-07 13:20 GMT

देवबन्द दारुल उलूम ने एक बार फिर से संस्था में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाबंदी के दायरे में इस बार बच्चों का भी रखा गया है। संस्था ने यह कदम नवीन सत्र के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं के चलते उठाया है। ताकि छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हों।

दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी की ओर से जारी एलान में नवीन सत्र के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं का हवाला देते हुए संस्था में आने वाले लोगों से अपील की है कि वह अपने साथ महिलाओं और बच्चों को न लेकर आएं। मौलाना अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि इस समय देश के कोने कोने से हजारों छात्र दारुल उलूम पहुंचे हुए हैं। जो प्रवेश परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। इसलिए जो लोग संस्था में घूमने के लिए आएं वे महिलाओं और बच्चों को साथ न लाएं। बता दें, कि दारुल उलूम प्रशासन ने विगत वर्ष 17 मई को संस्था में महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगायाथा। तर्क दिया कि महिलाएं बेपर्दा होकर रील बना रही हैं और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर रही हैं। जिससे संस्था की बदनामी हो रही है। इसके बाद 21 अक्तूबर 2024 को प्रबंधतंत्र ने सशर्त महिलाओं के प्रवेश को अनुमति दी थी। जिसके कई तरह की पाबंदियां लगाई गई थीं। इसके लिए एक विजिटर पास बनाया गया था। जिसे हासिल करने के बाद ही महिलाओं को संस्था में प्रवेश दिया जा रहा था।

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