Home » देश » KARMUKHERI ANDOLAN-किसानों की खातिर 37 साल से सड़क पर टिकैत

KARMUKHERI ANDOLAN-किसानों की खातिर 37 साल से सड़क पर टिकैत

मुजफ्फरनगर। 37 साल पहले किसानों के हितों को लेकर सरकार से टकराने के लिए किसान धर्म और जाति की बंदिशों को भुलाकर करमूखेड़ी के आंदोलन में किसान बिरादरी के रूप में महेन्द्र सिंह टिकैत के पीछे खड़ा हुआ था। इस नेतृत्व ने एक ऐसा आंदोलन खड़ा किया, जो भाईचारे की बुनियाद पर जान की कुर्बानी के साथ वजूद में आया था और संघर्ष के लिए टिकैत को किसानों के साथ सड़क पर बैठना पड़ा, उस दौर का किसान न पुलिस की गोली से डरा ओर ही लाठी के जोर से उसे कोई भयभीत कर पाया और ऐसा ही कुछ 37 साल के सफर में आज भी है। आज भी टिकैत किसानों के साथ उनके हितों को लेकर सरकार के खिलाफ सड़क पर है। आज भी किसानों की खातिर आंदोलन में कुर्बानी मांगी जा रही है और अब खुद टिकैत परिवार कुर्बान होने को तैयार है। भाकियू के वजूद को पैदा करने वाले करमूखेड़ी आंदोलन में कुर्बानी देने वाले जयपाल मलिक और अकबर अली को किसानों ने आज भी पूरे सम्मान के साथ याद किया तो वहीं भाकियू प्रमुख नरेश टिकैत और राकेश टिकैत ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।

शामली में करमूखेड़ी बिजलीघर पर एक मार्च 1987 को भाकियू के संस्थापक स्व. चैधरी महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में भाकियू का पहला आंदोलन हुआ था। बिजली के बिल में बढ़ोत्तरी के विरोध में हुए इस किसान आंदोलन में हजारों किसानों की भीड़ जुटने से तत्कालीन प्रदेश सरकार हिल गई थी। इस आंदोलन में पुलिस से टकराव होने पर गांव सिंभालका के किसान अकबर अली और लिसाढ़ के किसान जयपाल सिंह शहीद हो गए थे। एक पुलिस कर्मी भी मारा गया था। उग्र किसानों ने बिजलीघर के दफ्तर में आग लगा दी थी।

मुजफ्फरनगर के तत्कालीन डीएम के आश्वासन पर किसानों का आंदोलन स्थगित हुआ था। यह आंदोलन महेन्द्र सिंह टिकैत का पहला संघर्ष था और इसमें गठवाला खाप के चैधरी हरिकिशन मलिक, देशखाप के चैधरी सुखबीर सिंह, बत्तीसा खाप के चैधरी सूरजमल आदि खाप चैधरियों ने प्रमुख भूमिका निभाई थी। मुस्लिम किसानों की भी बड़े पैमाने पर इसमें भागीदारी रही। इसी दिन भाकियू के बैनर पर किसानों के हित में सरकार से लड़ाई लड़ने की शुरुआत हुई थी और इसी आंदोलन से भाकियू का उदय हुआ था। भाकियू के झंडे और टोपी के साथ अपने हितों के लिए किसानों के संघर्ष का यह दौर आज भी जारी है।

01 मार्च 1987 में करमुखेड़ी ;शामलीद्ध में हुए किसान आंदोलन में शहीद हुए जयपाल मलिक लिसाढ़ एवं अकबर अली सिम्भालका के बलिदान दिवस पर शुक्रवार को किसान भवन सिसौली में नरेश टिकैत ने समस्त किसान कौम की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इस अवसर पर उस संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उनका यह बलिदान किसान कौम कभी नहीं भूल सकती। आज भी ऐसे ही एकजुट आंदोलन की आवश्यकता है। इसके साथ ही किसानों ने करमूखेड़ी आंदोलन की 37वीं बरसी को किसान शहीद दिवस के रूप में मनाकर जयपाल और अकबर को याद किया। गांव लिसाढ़ में जयपाल मलिक की प्रतिमा और सिम्भालका में अकबर अली की कुरबत पर पहुंचे परिजनों और किसानों ने फूल चढ़ाये तथा उनके लिए दुआ और प्रार्थना की। 

इसे भी पढ़ें:  यूनियन कार्बाइड का 337-टन जहरीला कचरा 40 साल बाद हटा

Also Read This

छठ घाट बनाने के दौरान गंगा में डूबे चार मासूम गांव में मातम

भागलपुर- घटना की सूचना मिलते ही इस्माइलपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से पूछताछ की। वहींए गोपालपुर के निर्दलीय प्रत्याशी गोपाल मंडल भी अस्पताल पहुंचे और शोक संतप्त परिवारों से मिलकर संवेदना व्यक्त की। लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियों के बीच भागलपुर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। नवगछिया अनुमंडल के इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के नवटोलिया गांव में छठ घाट बनाने के दौरान गंगा नदी में डूबने से चार बच्चों की मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है। जानकारी के अनुसारए सोमवार की दोपहर गांव के कुछ बच्चे गंगा किनारे छठ घाट तैयार करने पहुंचे थे। घाट

Read More »

जात-पात देश की गुलामी का कारण रहा: सीएम योगी 

लखीमपुर खीरी- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को लखीमपुर खीरी के मुस्तफाबाद स्थित कबीरधाम पर आयोजित स्मृति प्राकट्योत्सव मेले में शिरकत की। उन्होंने कबीरदास के जीवन पर प्रकाश डाला। जात.पात पर प्रहार करते हुए समाज को एकजुटता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को लखीमपुर खीरी के मुस्तफाबाद स्थित कबीरधाम पर पहुंचे। उन्होंने यहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एकजुटता का संदेश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कबीरदास ने जातीयता पर प्रहार किया। जाति की विसंगितयों का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहा था कि जात.पात पूछे ना कोईए हरि को भजे सो हरि का होइ। मुख्यमंत्री ने कहा कि जात.पात देश की गुलामी का कारण रहा था। जाति के

Read More »

आज़म ख़ान का दर्द: “रात 3 बजे उठाया गया, लगा एनकाउंटर होने वाला है”

सपा नेता आज़म ख़ान ने कपिल सिब्बल के पॉडकास्ट में जेल बदलने के दौरान एनकाउंटर के डर, जोहर यूनिवर्सिटी विवाद और 94 मुकदमों के दर्दनाक अनुभव साझा किए।

Read More »

आवारा कुत्तों पर अधिकतर राज्यों ने नहीं दिए हलफनामे, मुख्य सचिवों को पेश होने का आदेश

नई दिल्ली – 22 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने जब इस मामले पर सुनवाई की थी, तब सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को हलफनामे दाखिल करने के लिए कहा गया था। हालांकि, सिर्फ पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और दिल्ली महानगरपालिका ने ही इस आदेश का पालन किया। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आवारा कुत्तों के मामले स्वतः संज्ञान वाली याचिका पर सुनवाई की। इस दौरान कोर्ट ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को तीन नवंबर को होने वाली सुनवाई में पेश होने का आदेश दिया। दरअसल, कोर्ट ने पाया कि आवारा कुत्तों की समस्या पर नोटिस जारी किए जाने के बावजूद अधिकतर राज्यों ने अब तक हलफनामे

Read More »

मुरादाबाद में तीन मंजिला रेस्टोरेंट में भीषण आग, 5 गैस सिलेंडर फटे; एक महिला की मौत, 10 से अधिक झुलसे

मुरादाबाद के कटघर क्षेत्र में रविवार रात तीन मंजिला रेस्टोरेंट में अचानक आग लग गई। पांच गैस सिलेंडर फटने से आग ने विकराल रूप ले लिया। हादसे में मालिक की मां की मौत और 10 से अधिक लोग झुलसे।

Read More »