नई दिल्ली। बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने वाले शख्स के खिलाफ दारुल उलूम देवबंद से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने संस्था के प्रमुख मौलाना अब्दुल्ला मुजाहिद को पत्र लिखकर अपील की है कि आरोपी मोहम्मद रिजवी उर्फ राजा के खिलाफ इस्लामिक शरिया के आधार पर फतवा जारी किया जाए।
बिहार में हुआ विवाद
यह विवाद हाल ही में बिहार के दरभंगा जिले में उस समय सामने आया, जब राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान मोहम्मद रिजवी ने पीएम मोदी की मां पर अपमानजनक टिप्पणी की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने रिजवी को गिरफ्तार कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। साथ ही, बीजेपी ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है।
इस्लामिक मूल्यों के हवाले से अपील
अपने पत्र में जमाल सिद्दीकी ने लिखा कि कुरान शरीफ की सूरह अल-इसरा (17:23) में माता-पिता के साथ अच्छे व्यवहार करने का आदेश दिया गया है और हदीस शरीफ में पैगंबर मोहम्मद ने “मां को जन्नत का दरवाजा” बताया है। ऐसे में किसी भी मां के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल इस्लाम की शिक्षाओं और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है।
समाज पर असर
सिद्दीकी ने कहा कि मोहम्मद रिजवी का यह कृत्य न केवल प्रधानमंत्री के परिवार का अपमान है, बल्कि इससे मुस्लिम समाज की छवि धूमिल होती है और समाज में तनाव फैलता है। उन्होंने देवबंद के उलेमा से इस मामले पर जांच कर इस्लामिक शरिया के अनुसार कड़ा कदम उठाने की अपील की है।