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मुजफ्फरनगर-प्रदूषण फैलाने पर 6 स्लैग क्रशिंग इकाइयों को किया सील

क्षेत्रीय अधिकारी ने सभी वायु प्रदूषणकारी उद्योगों को कड़े निर्देश दिए हैं। उन्हें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि उनके उद्योग में स्थापित प्रदूषण संयंत्रों का सतत संचालन किया जाए

मुजफ्फरनगर। जिले में वायु प्रदूषण के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान के तहत मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के स्पष्ट निर्देशों पर गठित एक संयुक्त समिति ने जनपद के सुजडू क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित छह स्लैग क्रशिंग इकाइयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्रदूषण नियंत्रण मानकों का उल्लंघन करते पाई गई इन सभी छह इकाइयों को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया और उनके विद्युत कनेक्शन भी काट दिए गए जिससे अवैध खनन और क्रशिंग गतिविधियों पर लगाम कसने की प्रशासन का मजबूत इरादा सामने आया है।

जनपद में अवैध औद्योगिक गतिविधियों पर नियंत्रण और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लागू ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान के कठोर अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए यह कार्रवाई की गई। संयुक्त समिति में जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन विद्युत विभाग जिला उद्योग केंद्र और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी शामिल थे। टीम ने मुख्य रूप से सुजडू क्षेत्र में संचालित हो रही उन इकाइयों को निशाना बनाया जो बिना समुचित अनुमति या प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों के अवैध रूप से क्रशिंग का कार्य कर रही थीं। निरीक्षण के दौरान संयुक्त समिति ने कुल 06 स्लैग क्रशिंग यूनिट्स को अनियमितता पाते हुए सील करने की कार्यवाही की। इसके साथ ही विद्युत विभाग ने इन सभी इकाइयों के विद्युत विच्छेदन की कार्रवाई भी पूरी की। सील की गई इकाइयों में आदिल ट्रेडर्स अरिहन्त रोड सुजडू, फिरोज पुत्र मुश्ताक अरिहन्त रोड सुजडू, शकील अहमद पुत्र मुश्ताक अरिहन्त रोड सुजडू, जीएस ट्रेडर्स संधावली रोड निकट अण्डरपास सुजडू, भारत ट्रेडर्स संधावली रोड निकट अण्डरपास सुजडू और बसी मैन्यूफैक्चरर संधावली रोड निकट अण्डरपास सुजडू शामिल हैं।

क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ) प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड गीतेश चन्द्रा ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान प्रभावी है। उन्होंने कहा कि जनपद में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से लगातार क्षेत्र भ्रमण और निरीक्षण किए जा रहे हैं। धूल उत्सर्जन की रोकथाम के लिए विशेष रूप से श्हॉट स्पॉटश् एरियाज में निरंतर एंटी स्मॉग गन का प्रयोग किया जा रहा है और वाटर टैंकर्स के माध्यम से सड़कों और संवेदनशील जोनों में नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। क्षेत्रीय अधिकारी ने सभी वायु प्रदूषणकारी उद्योगों को कड़े निर्देश दिए हैं। उन्हें यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि उनके उद्योग में स्थापित प्रदूषण संयंत्रों का सतत संचालन किया जाए और केवल अनुमन्य ईंधन का ही उपयोग हो। इसके साथ ही आम जनमानस से भी अपील की गई है कि वे किसी भी स्थिति में कूड़ा या सॉलिड वेस्ट आदि न जलाएं। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे माननीय आयोग द्वारा जारी सिटीजन चार्टर में दिए गए निर्देशों का गंभीरता से अनुपालन करें और वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के प्रशासन के प्रयासों में आवश्यक सहयोग प्रदान करें। यह कार्रवाई दिखाती है कि मुजफ्फरनगर प्रशासन अवैध गतिविधियों और पर्यावरणीय प्रदूषण के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है।

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