चरथावल मुठभेड़-लाकअप से वीडियो वायरल-आरोपी बोला सादी वर्दी में पुलिस वाले ने मुंह भींचा, एसओ ने मारी गोली

Update: 2020-10-15 10:51 GMT

मुजफ्फरनगर। चरथावल पुलिस द्वारा की गयी मुठभेड़ में जिस कथित 10 हजार के इनामी बदमाश दिलशाद को पुलिस ने गोली लगी अवस्था में जंगल से पकड़ा था, उसकी वीडियो थाने के लाकअप से ही जारी हो गयी है। यह भी थाना पुलिस का बड़ा फेलियर माना जा रहा है। लाकअप में बन्द आरोपी कह रहा है कि उसको घर से उठाकर लाये और सादी वर्दी में एक पुलिसकर्मी ने उसका मुंह पकड़ा, तथा एसओ साहब ने पैर में गोली मारकर उसको घायल कर दिया। इससे पुलिस व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहे हैं।


बता दें कि आज चरथावल पुलिस की ओर से खबर दी गयी कि बुधवार की देर रात क्षेत्र के घिस्सुखेडा झाल पर बदमाशों से मुठभेड़ हो गयी। इस मुठभेड़ में गांव कुल्हेडी निवासी दिलशाद को घायल अवस्था में पकड़ा गया। इस मुठभेड़ में सिपाही सचिन कुमार को बदमाश दिलशाद द्वारा गोली मारने का दावा किया गया। चरथावल थानाध्यक्ष उप निरीक्षका धर्मेन्द्र सिंह ने दावा किया था कि इस मुठभेड़ में पकड़ा गया बदमाश दिलशाद 10 हजार रुपये का इनामी बदमाश है। यह इनाम कब और किस मुकदमे में किसके द्वारा दिलशाद पर घोषित किया गया, पुलिस इस सवाल पर खामोश है। दिलशाद के मुठभेड़ में पकड़े जाने के पीछे की पुलिस की थ्योरी से दिन का उजाला होते ही पर्दा हट गया। भारतीय किसान यूनियन के तहसील सदर अध्यक्ष विकास शर्म के नेतृत्व में सैंकड़ों लोगों ने चरथावल थाने का घेराव कर पुलिस मुठभेड़ पर सवाल उठाये। इस हंगामे के बाद डेमेज कंट्रोल में जुटी चरथावल पुलिस थाने की सुरक्षा ही भूल गयी।

जब हंगामा चल रहा था तो मुठभेड़ में पकड़ा गया कथित बदमाश दिलशाद थाना चरथावल के लाकअप के में बन्द था। इसी बीच किसी ने दिलशाद की मोबाइल फोन से वीडियो बना ली। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया गया है। इस वीडियो में लाकअप के अंदर बन्द गिरफ्तार आरोपी दिलशाद बता रहा है कि देर रात पुलिस ने उसको घर से उठाया। उसने बताया कि वह एक साल पहले ही अपराध से तौबा करते हुए थाने में सरेंडर कर अपराध छोड़ने का शपथ पत्र दे चुका है। इसके बाद इस आरोपी ने कहा कि उसकी पुलिस ने कुछ भी नहीं सुनी और घर से उठाकर ले गये।

आरोपी का कहना है कि एक सादी वर्दी में पुलिसकर्मी प्रदीप ने उसका मुंह दबोच लिया। उसको बोलने भी नहीं दिया गया और पिस्टल निकालकर एसओ साहब ने उसके पैर में गोली मार दी। वीडियो में यह आरोपी लाकअप के अंदर से ही गोली लगा पैर भी कम्बल हटाकर दिखाता नजर आता है। आरोपी कह रहा है कि उसको पुलिस ने बताया कि तुझ पर सिविल लाइन थाने का एक मुकदमा है, उसी में उठा रहे हैं। आरोपी यह भी बता रहा है कि इस मुकदमे में वह जेल में रहकर आ चुका है। इस वीडियो वायरल होने को लेकर कई सवाल उठते हैं। सबसे पहले तो यही कि थाने के लाकअप की सुरक्षा को आखिर किसके भरोसा छोड़ दिया गया था। लाकअप तक पहंुचकर ये वीडिया बनायी गयी तो वहां किसी पुलिस कर्मचारी की निगाह क्यों नहीं पड़ी, यदि पड़ी तो वीडियो बनाने वालों को रोका क्यों नहीं गया।

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