कोरोना वैक्सीन की उम्मीद, पर सावधानी जरूरीः सीएमओ

जिले में पुरुष नसबंदी पखवाडा कार्यक्रम का शुभारम्भ, परिवार नियोजन में पुरुष सहभागिता बढ़ाने पर स्वास्थ्य विभाग का जोर।

Update: 2020-11-21 09:41 GMT

मुजफ्फरनगर। कोरोना वायरस संक्रमण की दोबारा दस्तक की संभावना को देखते हुए जनपद में कोरोना संक्रमण को थामने के तमाम उपाय किये जा रहे हैं। सीएमओ डा. प्रवीण चोपडा ने कहा कि जनपद में वैक्सीन स्टोर तैयार किया जा रहा है, वैक्सीन जल्द ही आने की उम्मीद है, लेकिन इस उम्मीद के सहारे हम लापरवाही नहीं बरत सकते। उन्होंने लोगों से कोरोना से बचने के लिए सावधानी के साथ गाइडलाइन का पालन करने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनपद में परिवार नियोजन के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए पुरुष नसबंदी पखवाडा कार्यक्रम का शुभारम्भ किया है।

शनिवार को अपने कार्यालय में मीडिया कार्यशाला के दौरान सीएमओ डा. प्रवीण कुमार चोपडा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए वैक्सीनेशन की व्यवस्था की तैयारी कराई जा रही है। जनपद में भी कोरोना वायरस संक्रमण की वैक्सीन के रख रखाव के लिए स्टोर का निर्माण कराया जा रहा है। शासन से निर्देश मिले हैं कि 15 दिसम्बर तक हर हाल में यह स्टोर तैयार करा लिया जाये। उन्होंने बताया कि इस स्टोर से 10 से ज्यादा वैक्सीन कैरियर रखने की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि दिसम्बर के अंत तक वैक्सीन आने की उम्मीद है, लेकिन उम्मीद पर ही हमें कायम नहीं रहना है, इसमें देरी भी हो सकती है अभी कुछ भी सुनिश्चित नहीं है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के साथ ही भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण दोबारा घातक स्तर तक पहंुच रहा है। जनपद भी आने वाले दिनों में कई चुनौतियों का सामना कर सकता है। ऐसे में हमें पूरी सावधानी बरतनी होगी। मास्क, सोशल डिस्टेंस और खासकर बच्चों व बुजुर्गों को घरों से बाहर निकलने से रोकना होगा। हम सावधानी से ही कोरोना से बचाव में सफल हो सकते हैं।

इस अवसर पर सीएमओ डा. प्रवीण चोपडा ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण में पुरुषों की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए आज से जनपद में पुरुष नसबंदी पखवाडा कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। यह 4 दिसम्बर तक चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि जनसंख्या स्थिरता एवं प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए पुरुषों की सहभागिता बेहद महत्वपूर्ण है। परिवार नियोजन के दायित्व में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से यह अभियान शुरू किया गया है। इस दौरान आंगनबाडी कार्यकत्रियों, आशाओं और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से शहर से गांव तक जागरुकता कार्यक्रम आयोजित होंगे। उन्होंने बताया कि नसबंदी कराने वाले पुरुषों को सरकार की ओर से 3 हजार रुपये प्रतिपूर्ति राशि दी जा रही है। इसके साथ ही महिलाओं को डिलीवरी के तुरंत बाद नसबंदी कराने पर 3 हजार और अंतराल पर नसबंदी कराने के लिए 2 हजार रुपये की राशि प्रतिपूर्ति के रूप में दी जाती है। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. राजीव निगम ने बताया कि कोविड 19 के दौर में भी जनसंख्या स्थिरता के लिए पुरुषों को नसबंदी कराने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। यह पखवाडा दो चरणों में मनाया जायेगा। 21 से 27 नवम्बर तक दम्पति सम्पर्क अभियान चलेगा।

सीएमओ डा. प्रवीण चोपडा ने बताया कि 14 से 21 नवम्बर तक नवजात शिशु देखभाल सप्ताह अभियान चलाया गया। इसमें आंगनबाडी और आशा कार्यकत्रियों द्वारा घर घर जाकर नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए माताओं व अन्य लोगों को जागरुक किया गया। उनको टीकाकरण कराने की जानकारी दी गयी और कंगारू मदर केयर पर जोर दिया गया। इसके साथ ही सरकार ने हर महीने 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाने का निर्णय लिया है। जनपद में आज पहला खुशहाल परिवार दिवस मनाया जा रहा है। इसमें परिवारों से सम्पर्क करते हुए उनको परिवार नियोजन के प्रति प्रोत्साहित करने के साथ ही परिवार का टीकाकरण, दो बच्चों तक परिवार सीमित करने आदि के बारे में जागरुक किया जायेगा। इसके लिए महिला चिकित्सालय में भी डिस्पले किया गया।

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