दूसरी लहर में और ज्यादा जानलेवा हो जाएगा कोरोना वायरस?

क्या कोरोना की दूसरी लहर और भी मारक होगी? इसके लिए करीब 100 साल पहले दुनिया में तबाही मचाने वाले स्पैनिश फ्लू का उदाहरण दिया जा रहा है।

Update: 2020-11-02 08:13 GMT

नई दिल्ली। क्या कोरोना वायरस अभी और भी खतरनाक रूप दिखाएगा। क्या कोरोना की दूसरी लहर और भी मारक होगी? इसके लिए करीब 100 साल पहले दुनिया में तबाही मचाने वाले स्पैनिश फ्लू का उदाहरण दिया जा रहा है।

कोरोना वायरस की दूसरी लहर को लेकर जो अनुमान लगाया जा रहा है वह बेहद डरावना है। 1918 में दुनियाभर में स्पैनिश फ्लू नाम की बीमारी फैली थी, जिससे करीब 50 करोड़ लोग संक्रमित हुए थे और करीब 2 से 5 करोड़ लोग मारे गए थे। यह संख्या पहले विश्व युद्ध में मारे गए सैनिकों और नागरिकों की कुल संख्या से भी अधिक थी। यह बीमारी दो साल तक रही। विशेषज्ञों का कहना है कि स्पैनिश फ्लू की दूसरी लहर में वायरस का म्यूटेशन हो चुका था, जिसने इसे और भी घातक बना दिया था। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की रिसर्च के मुताबिक कोरोना वायरस अपेक्षाकृत ठंडे तापमान में लंबे वक्त तक जीवित रह सकता है। दुनियाभर के दूसरे विशेषज्ञ भी इसी तरह का डर जता रहे हैं। यूरोप में जो ट्रेंड दिख रहा है वह भारत जैसे देशों को भी चिंता में डाल रहा है जहां पहली लहर शांत हो पड़ती दिख रही है। इसके बाद स्थिति खतरनाक हो सकती है।

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