दो हजार के नोट नकली नोट छापने वालों की पहली पसंद

पिछले साल में 2000 रुपये के नकली नोट ही ज्यादातर पकडे गए हैं। इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि दो हजार रुपये के नोटों की छपाई अभी नहीं हो रही है।

Update: 2020-10-02 06:29 GMT

नई दिल्ली। सरकार ने चार साल पहले नोटबंदी नकली नोटों के खात्मे के नाम पर करते हुए 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए थे। साथ ही 2000 रुपये का नया नोट चलाया गया था। यही दो हजार का नोट अब नकली नोट का धंधा करने वालों का प्रिय बन गया है। जानकारी के अनुसार पिछले साल में 2000 रुपये के नकली नोट ही ज्यादातर पकडे गए हैं। इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि दो हजार रुपये के नोटों की छपाई अभी नहीं हो रही है।

नैशनल क्राइम रेकाॅर्ड ब्यूरो की सालाना रिपोर्ट में पता चला है कि 2018 की तुलना में 2019 में नकली नोटों के पकड़े जाने के मामलों में तेजी आई। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2019 में देश में 25.39 करोड रुपये के नकली नोट पकड़े गए जबकि 2018 में 17.95 करोड़ रुपये के नकली नोट पकडे गए थे। 2000 रुपये का नोट जारी करते समय दावा किया गया था कि इसमें कई हाई सिक्टोरिटी फीचर हैं जिनकी नकल नहीं की जा सकती है, लेकिन यह दावा हवाई साबित हुआ। रिपोर्ट के अनुसार 2019 में 2000 रुपये के 90,566 नोट पकड़े गए। सबसे अधिक कर्नाटक से 2000 रुपये के 23,599 नकली नोट पकड़े गए। गुजरात से 14,494 और पश्चिम बंगाल से 13,637 नकली नोट बरामद हुए। सालाना रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय बैंक ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान 2000 रुपये का एक भी नोट नहीं छापा। देश में सर्कुलेशन में 2,000 रुपये के नोटों की संख्या में कमी आई है। 2017-18 में जहां 3.6 अरब नोट चलन में थे, वहीं 2019-20 में यह संख्या घटकर 2.73 अरब रह गई।  

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