सूचना विभाग काफी संवेदनशील विभाग माना जाता है इस विभाग के जिम्मे सरकार की नीतियों, उपलब्धियों, योजनाओं और कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार- प्रसार करना है। यही विभाग जनता के बीच सरकार की छवि बनाता और बिगाड़ता है। सरकार अपने सर्वाधिक विश्वासपात्र आईएएस के हाथों इसकी कमान देती है क्योंकि जरा सी चूक हुई नहीं की सरकार के सारे किए धरे पर पानी फिर जाता है। बीते कुछ दिनों से सूबे में जो घटना घटनाक्रम हो रहे हैं उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खासे नाराज हैं। उन्हें इस बात का इल्म हो गया है कि मीडिया मैनेजमेंट सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। हालांकि, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अवनीश अवस्थी मुख्यमंत्री के खासम खास हैं लेकिन इधर प्रदेश में कई ऐसे मामले हुए जिसमें सरकार की काफी फजीहत हुई। इसे लेकर योगी ने एक बड़ा फेरबदल करते हुए सूचना का चार्ज अवनीश अवस्थी से लेकर नवनीत सहगल को सौंप दिया। आपको बता दें नवनीत सहगल पत्रकारों में काफी लोकप्रिय हैं। यह नवनीत सहगल की काबिलियत का असर है कि इससे पहले वह मायावती की बसपा सरकार में प्रमुख सचिव सूचना के पद पर रहे हैं। उसके बाद समाजवादी पार्टी ने भी इन पर भरोसा जताते हुए सूचना का खेवनहार नवनीत सहगल को बनाया। अब एक बार फिर यह कद्दावर आईएस भाजपा सरकार का आधे से अधिक कार्यकाल अपेक्षाकृत कम महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद सूचना की कुर्सी संभालेंगे।
सरकार ने इसे लेकर छः और आईएएस अफसरों के विभागों में बदलाव कर दिया है। प्राविधिक शिक्षा विभाग में विशेष सचिव के पद पर तैनात सरोज कुमार को प्रबंध निदेशक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी बनाया है। इसके पहले वह विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा विभाग थे। अपर मुख्य सचिव, समाज कल्याण अल्पसंख्यक कल्याण एवं मुस्लिम वक्फ मनोज सिंह को इसी पद पर उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग भेजा है। वही, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के प्रमुख सचिव बाबूलाल मीणा को समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण एवं मुस्लिम वक्त विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। संजय प्रसाद को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री के साथ सूचना विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।