छह मामलों में ठीक होने के बावजूद तीन बार कराई जांच में निरंतर मिले कोरोना पाॅजिटिव

तीन बार ऐसा हो चुका है। इनके शरीर में एंटीबाॅडी बन चुकी हैं। कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण भी इनमें नहीं है। इनकी साइकल थ्रेशोल्ड वैल्यू (सीटी वैल्यू) नामक जांच कराई गई तो पता चला कि इनके शरीर में मृत वायरस मौजूद है।;

Update: 2021-02-15 08:36 GMT

आगरा । कोरोना की पहेली चिकित्सकों के लिए समस्या बनी हुई है। नगर के सरोजिनी नायडू मेडिकल काॅलेज (एसएन मेडिकल काॅलेज) में ऐसे छह मामले आ चुके हैं, जिनमें कोरोना संक्रमित लोगों के शरीर में वायरस के मर जाने के बाद भी उनकी जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आ रही है। तीन बार ऐसा हो चुका है। इनके शरीर में एंटीबाॅडी बन चुकी हैं। कोरोना संक्रमण का कोई लक्षण भी इनमें नहीं है। इनकी साइकल थ्रेशोल्ड वैल्यू (सीटी वैल्यू) नामक जांच कराई गई तो पता चला कि इनके शरीर में मृत वायरस मौजूद है।

एसएन मेडिकल काॅलेज में कोविड मरीजों का इलाज करने वाले डाॅ प्रभात अग्रवाल ने बताया कि ठीक हो चुके इन लोगों की जब दो बार रिपोर्ट पाॅजिटिव आई तो इसे री-इन्फेक्शन का मामला समझा, लेकिन तीन बार ऐसा ही हुआ तो शरीर में मृत वायरस की आशंका हुई। इसके लिए सीटी वैल्यू की जांच कराई, जिसमें वायरस का लोड 28 से 32 मिला। इन लोगों में कोरोना वायरस की एंटीबाॅडीज भी मिलीं। इससे साबित हुआ कि इनके शरीर में मृत वायरस है, जिसके कारण रिपोर्ट पाॅजिटिव आ रही है।

इस संबंध में डाॅ प्रभात अग्रवाल ने बताया कि कई जगह हुए अध्ययन में ऐसा पाया गया है कि कुछ लोगों में मृत वायरस शरीर में तीन से चार महीने तक रहता है। इस दौरान कोरोना की जांच कराने पर रिपोर्ट पाॅजिटिव ही आएगी। इसके बाद रिपोर्ट निगेटिव रहेगी। 

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