मिशन शक्तिः महंत योगी की मुहिम से जुड़े मदरसे
डीएम सेल्वा कुमारी जे. की अनोखी पहल पर मदरसों से निकलीं महिला सशक्तिकरण की आवाज। नकाब में रहकर तलबाओं ने लिया सामाजिक बुराईयों को बेनकाब करने का संकल्प।
मुजफ्फरनगर। हाथरस गैंगरेप-मर्डर केस के बाद उत्तर प्रदेश में महिलाओं को शक्ति रूप का अहसास कराने और समाज को उनकी सुरक्षा व सम्मान के प्रति संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा चलाये गये मिशन शक्ति अभियान ने अपने शुरूआत से आज चैथे दिन तक सराहनीय स्तर पर प्रशंसा हासिल की है। जनपद मुजफ्फरनगर में भी सीएम योगी आदित्यनाथ के इस अभियान के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी निष्ठा के साथ नारी सम्मान का माहौल बनाने में जुटा हुआ है। इसके लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन डीएम सेल्वा कुमारी जे. और एसएसपी अभिषेक यादव के नेतृत्व में किये व कराये जा रहे है, लेकिन मिशन शक्ति का समाज में एक सकारात्मक संदेश देने के लिए जिस प्रकार से डीएम सेल्वा कुमारी जे. ने जीरो टोलरेंस की नीति अपनाकर काम करते हुए महंत योगी की नारी सम्मान की मुहिम से मदरसों को जोड़ा है, वह आज के धर्म आधारित राजनीति के परिदृश्य में काफी मायने रखता है। डीएम सेल्वा के साथ मदरसों से बेटियों ने जिस प्रकार महिलाओं के सशक्तिकरण की भूमिका में अपने योगदान को प्रदर्शित किया, उन तस्वीरों ने इस देश के हिन्दुस्तान होने की संवैधानिक मूल भावना को प्रदर्शित किया है।
मिशन शक्ति का आगाज 17 अक्टूबर को किया गया। जनपद में जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. पहले ही दिन से सुबह से लेकर शाम तक सामाजिक स्तर पर नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन का संदेश देने के लिए जुटी नजर आती हैं। बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनको प्रेरित करना, महिलाओं को विभिन्न कार्यों के सम्मानित करना और महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए शासकीय योजनाओं व जनसहयोग से सहायता उपलब्ध कराना, यह सभी कुछ आईएएस सेल्वा कुमारी जे. की कलेक्टर होने के नाते दिनचर्या में शामिल हो चुका है।
मिशन शक्ति के इस अभियान के दौरान एक तस्वीर मदरसे से भी सामने आयी है। भारतीय राजनीति में खास तौर पर उत्तर भारत की राजनीति में मजहबी तालीम के मदारिसों को लेकर बड़ी बहस छिड़ी रहती है। इन इदारों को लेकर 'आतंक की पाठशाला', 'आतंकियों की फैक्ट्री' और राष्ट्रद्रोह जैसी आरोपों से हमेशा ही जोड़ा जाता रहा है, लेकिन आज जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति में इन मदरसों की महिला सम्मान और सुरक्षा के लिए संदेश देने की पहल में महत्वपूर्ण भूमिका सामने आ रही है, वह भाजपा सरकारों की 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' की नीति को सार्थक करने का प्रमाण तो है ही बल्कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टोलरेंस नीति कार्यप्रणाली को भी प्रदर्शित कर रहा है।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने जिस प्रकार जनपद के मदरसों को महंत योगी की मुहिम से जोड़ने का काम किया है, वह साबित करता है कि प्रशासन भी जीरो टोलरेंस की नीति पर कायम है। सोमवार को डीएम सेल्वा कुमारी जे. मिशन शक्ति के अभियान के अन्तर्गत मेरठ रोड स्थित मुस्तका कालौनी सुजडू में चल रहे मदरसा महादुल बनात अलइस्लामी में पहुंची। यहां पर जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की देखरेख में नारी सुरक्षा व सम्मान विषय पर मदरसे की तलबाओं के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया था। मदरसे में माहौल पूरा इस्लामी था, लेकिन संदेश महंत योगी के महिला सशक्तिकरण की मुहिम से जुड़ा रहा।
"मिशन शक्ति" अभियान के अंतर्गत आज मदरसे की छात्राओं को उनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग प्रतियोगिता में सफल छात्राओं को पुरस्कृत किया व उनका उत्साहवर्धन किया।@PMOIndia @UPGovt @CMOfficeUP @ChiefSecyUP @wpl1090 @navneetsehgal3 @InfoDeptUP @UPMahilaKalyan @dpomzn @MinistryWCD pic.twitter.com/HFSULnABQF
— DM MUZAFFARNAGAR (@DmMuzaffarnagar) October 19, 2020
यहां पर नकाब में मौजूद तलबाओं ने अपनी कला प्रतिभा को जब डीएम सेल्वा के सामने कुछ चित्रों, रंगों और स्लोगन के साथ पेश किया तो वह भी मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए नजर आयी। उन्होंने इन तलबाओं के बीच काफी समय व्यतीत किया। नकाब में रहकर इन तलबाओं ने महिलाओं के प्रति अपराध और महिला सशक्तिकरण के लिए बनी सामाजिक बुराईयों को बेनकाब करने का संकल्प लिया। मदरसों से मिशन शक्ति की मुहिम के लिए निकल रहा यह संदेश आईएएस सेल्वा कुमारी जे. के प्रयास भी सराहनीय है। ऐसी ही तस्वीरें समाज को जोड़ने का काम करती हैं। यह प्रयास वर्षों तक याद किये जाते रहेंगे।