जैन समाज ने पुष्पदंत भगवान का मोज्ञ कल्याणक महोत्सव मनाया
देवबंद। जैन समाज ने रविवार को दशलक्षण पर्व के तहत तत्वार्थ सूत्र विधान के चौथे अध्याय के 42 अर्ध चढ़ाये और पुष्पदंत भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया। देवबन्द के श्री दिगम्बर जैन पारसनाथ मन्दिर जी सरागवाडा मे रात्री को आचार्य श्री 108अरूण सागर जी महाराज के सान्धिय मे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। पर्व के चौथे दिन धर्म के तहत समाज ने मंदिर मे अभिषेक , शांतिधारा ,पूजा अर्चना के विधान किए । जिसके बाद नवदेवता , पंचमूरू , सोलहकरण एवं दशलक्षण पूजा की। चौथे दिन की श्री जी की शांतिधारा का सौभाग्य सुरेश चन्द प्रदिप कुमार प्रतिक जैन व सुदेश जैन परिवार को प्राप्त हुआ। महाराज श्री ने प्रवचन कहा की शौच का अर्थ शुचिता है, और उत्तम शौच धर्म का अर्थ है आत्मा के विचारों और अभिप्रायों में पवित्रता और शुद्धता लाना और इसका महत्तव भौतिक सुखों के पीछे भागने वाले लोभ का त्याग करना और संतोष की भावना को अपनाना है, जिससे व्यक्ति का मन शुद्ध और पवित्र बना रहे।
इस अवसर पर मुकेश जैन , अखिल जैन , रविन्द्र जैन , अंकित जैन ,अभय जैन , रेखा जैन ,सुमन जैन , शिल्पी जैन , शशि जैन , सविता जैन , चंचल जैन , अंजू जैन , मिलन जैन ,अक्षय जैन समस्त जैन समाज उपस्थित रहा।