व्यापारी नेताओं पर भड़कीं अंजू अग्रवाल, थाने में दी तहरीर
नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि पालिका की आय से जुड़े मामलों में दखल और दबाव बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को भी लिखा पत्र-पालिका को वित्तीय हानि पहुंचाने की साजिश रचने का लगाया आरोप।
मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने आज पालिका प्रशासन के राजस्व प्राप्ति के प्रयासों में अडंगा लगाते हुए उन पर अनैतिक दबाव बनाने के लिए एक सुनियोजित षडयंत्र करने के लिए व्यापारी नेताओं पर आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन से इस मामले में अवैध रूप से कार्य करने वाले कुछ लोगों पर विधिक कार्यवाही करने की मांग की है। इसके लिए पुलिस अफसरों और थानों में भी चेयरपर्सन ने समाजवादी पार्टी समर्थित व्यापारी नेताओं सहित 6 लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। चेयरपर्सन ने पालिका को राजस्व हानि के इस प्रकरण में पालिका के ही एक अफसर और एक चपरासी की भूमिका होने का भी खुलासा किया है। उनके खिलाफ विभागीय स्तर पर जांच की जा रही है।
बता दें कि नगरपालिका परिषद् की शहर में स्वामित्व वाली मार्किट में 509 दुकानों पर किराया और प्रीमियम पालिका प्रशासन द्वारा नये नियमों के अनुसार तय किया गया था। इसके लिए दुकानदारों से नियमानुसार धनराशि और प्रीमियम राशि जमा कराते हुए दुकानों के प्रकरणों का समाधान करने का अवसर दिया गया। इसको पालिका प्रशासन की आय वृद्धि का बड़ा फैसला माना गया, लेकिन तभी से व्यापारियों द्वारा इसके खिलाफ आंदोलन चलाया हुआ है। समस्त नगरपालिका मार्किट एसोसिएशन ने आज चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के खिलाफ शहर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया, तो वहीं 25 फरवरी को आवास का घेराव और जेल भरो आंदोलन की घोषणा कर रखी है।
ऐसे में बुधवार को सवेरे पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने नगर मजिस्ट्रेट/वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय अभिषेक कुमार सिंह को एक पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर स्वामित्व की 509 दुकानों को समाजवादी पार्टी के नेताओं तथा 3-4 पालिका के अवैध दुकानदारों के द्वारा पालिका को सीधे-सीधे करोड़ों रूपये की क्षति पहुंचाने तथा उसकी आड में अपने निजी वित्तीय स्वार्थो की पूर्ति करके नगर की शांति और कानून व्यवस्था को निरंतर ध्वस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। चेयरपर्सन का आरोप है कि इस साजिश में समाजवादी पार्टी के नेता कृष्णगोपाल मित्तल, राकेश त्यागी एवं भूरा कुरैशी के अलावा पालिका मार्किट के अवैध किरायेदार विरेन्दर अरोरा, भानू प्रताप एवं शिशुकांत मुख्य रूप से शामिल हैं। यह सब मिलकर बोर्ड की भारी भरकम आर्थिक क्षति पहुंचाने की साजिश में लगे हैं और दुकानदारों को भी किराया एवं प्रीमियम की देय धनराशि को पालिका कोष में जमा नहीं होने दे रहे हैं। पालिका दुकानदारो से उस धनराशि का जो भारी भरकम मासिक व्याज बैठता है उसमे से ही अपने निजी वित्तीय स्वार्थ सिद्धि कर रहे है।
चेयरपर्सन ने कहा कि इन नेताओं ने पालिका के तुलसी पार्क में को अखाडा बनाया हुआ है। पालिका के स्वामित्च के तुलसी पार्क की चाबी भी शिशुकांत द्वारा जबरदस्ती अपने पास रखी हुई है। इसके साथ पालिका के एक चपरासी जो अवैध रूप से पालिका का कार्य न करते हुए राजनीतिक पार्टी में अपना स्थान बनाये हुये हैं तथा एक अन्य पालिका अधिकारी भी पूरे सुनियोजित षडयंत्र मे शामिल हैं, इनकी जाच की जा रही है तथा दोषी पाये जाने पर प्रभावी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने कहा कि ये लोग उन पर अनावश्यक दबाव बनाने की नियत से विभिन्न रूप से आन्दोलन की धमकी देते हुये पालिका के सरकारी कार्यों में बाधा पहुंचाने की कार्यवाही कर रहे हैं। ये लोग मेरे मीका विहार स्थित निजी आवास के समीप अवैध रूप में नारेबाजी एवं प्रदर्शन कर चुके हैं। इन लोगों ने मेरे आवास के घेराव और जेल भरो आंदोलन की घोषणा भी दबाव की इसी राजनीति के अन्तर्गत की है, लेकिन किसी भी कीमत पर नियमों की अनदेखी नहीं की जायेगी तथा ना ही शासन की मंशा के विपरित पालिका के राजस्व हितों को नुकसान पहुँचाने दिया जायेगा।
चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ जिला प्रशासन को नियमानुसार प्रभावी कार्यवाही अमल में लानी चाहिये। उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह से इन नेताओं के खिलाफ प्रभावी विधिक कार्यवाही करने का आग्रह करते हुए कहा कि जिससे सुनियोजित षडयंत्र तथा सरकारी कार्य में बाधा डालकर सीधे-सीधे पालिका को पहुँचाने वाली करोडों रूपये की वित्तीय हानि से बचा जा सके। इसके साथ ही चेयरपर्सन की ओर से सीओ सिटी कुलदीप कुमार और थाना नई मण्डी और शहर कोतवाली में भी नामजद तहरीर दी है।