नन्हीं अवनी के लिए देवदूत बनी मुजफ्फरनगर पुलिस

घर से निकलकर लापता हुई बच्ची को 5 घंटे में कोतवाली पुलिस ने अपनों तक पहुंचाया

Update: 2020-10-26 09:39 GMT

मुजफ्फरनगर। दशहरा पर्व के अवसर पर एक नन्हीं बच्ची अपने घर से निकल पड़ी और भीड़भाड़ में गुम हो गयी। इस बच्ची को वाहनों के बीच भीड़ में घूमते हुए पुलिसकर्मियों ने देखा तो उन्होंन इस मासूम को अपनी गोद में उठा लिया। बाजार में बच्ची के परिजनों की तलाश के लिए यह पुलिस कर्मचारी कुछ देर तक घूमते रहे, कोई नहीं मिलने पर इन्होंने बच्ची को चौकी पहुंचा दिया, इसके बाद पुलिस ने इस बच्ची को अपनों तक पहंुचाने के लिए विशेष मुहिम छेड़ दी और अगलेे 5 घंटों में यह मासूम बच्ची अपनी मां की गोद में दुलार पा रही थी। बच्ची के परिजनों ने पुलिस की इस कार्यप्रणाली की प्रशंसा करते हुए जो कहा, उसने मुजफ्फरनगर जनपद में कप्तान अभिषेक यादव की गुड पुलिसिंग को सार्थक बनाने का काम किया है।


शहर कोतवाली थाना पर तैनात कांस्टेबल मौहम्मद इरशाद अपने सहयोगी होमगार्ड स्वयंसेवक नूर मौहम्मद के साथ दशहरा पर्व होने के कारण रुड़की रोड पर ड्यूटी पर तैनात थे। इसी बीच दोपहर के करीब इनकी निगाह भीड़ में वाहनोें के बीच अकेले घूम रहे एक बच्चे पर पड़ी। बच्चेे ने पिंक कलर की टी-शर्ट और ब्लू कलर की नई जींस पहन रखी थी। इस बच्चे के आसपास किसी को भी ना देखकर इन पुलिसकर्मियों को यह समझते देर नहीं लगी की यह बच्चा गुम हो गया है। सिपाही इरशाद ने बच्चे को अपनी गोद में उठा लिया और बच्चे के माता पिता की तलाश में जुट गये। उन्होंने आसपास की दुकानों पर जाकर, बाजार में जाकर बच्चे के परिजनों की तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली तो इस बच्चे को लेकर वह रुड़की चुंगी पुलिस चौकी पर पहुंचे और चौकी इंचार्ज उप निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह चौहान को यह बच्चा सौंपकर सारे वाक्या का हवाला दे दिया तथा अपनी ड्यूटी पर लौट आये।

इसके बाद काफी प्रयास करने पर भी जब बच्चे ने अपना नाम या अन्य कोई पता नहीं बताया तो उसके बाद चैकी प्रभारी राघवेंद्र सिंह चैहान उस बच्चे का फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। इसके बाद इस बच्चे का फोटो और गुम होने की सूचना तेजी से व्हाट्सएप ग्रुप पर भी वायरल होने लगी। उधर चौकी प्रभारी राघवेंद्र सिंह चैहान भी बच्चे के परिजनों की तलाश में लगातार जुटे रहे। उन्होंने बच्चे को बहलाने के लिए खानपान की वस्तुएं और गिफ्ट दिलाया। 5 घंटे के बाद बच्चे के माता पिता रुड़की चुंगी पुलिस चौकी पहुंच गये और चौकी इंचार्ज ने बच्चे को उनके सुपुर्द कर दिया, तब पुलिस को पता चला कि गुम हुआ बच्चा दरअसल बच्ची है, जिसका नाम अवनी है। अवनी घर से अचानक ही पैदल निकल गयी और बाजार में गुम हो गयी।

अवनी सिविल लाइन थाना क्षेत्र में रहने वाले परिवार की बच्ची थी। अपनी बच्ची को सकुशल देखकर उसकी मां ने उसे गोद में उठा लिया और दुलारने लगी। अवनी की आयु मात्र ढाई वर्ष बतायी गयी है। वह नये कपड़े पहनकर दशहरा मेला जाने की तैयारी में थी। इसी बीच गुम हो गयी, परिजन तभी से उसकी तलाश कर रहे थे। इसी बीच किसी ने उनको बच्ची के चौकी पर होने की खबर दी। अवनी की मां ने इस अवसर पर कहा कि पुलिस को लेकर लोग बिना वजह ही नकारात्मक बातें करते हैं। उनकी बच्ची के लिए तो पुलस देवदूत बनी और वह सही सलामत आज मेरी गोद में है। बच्ची के पिता ने भी राहत की सांस ली। दोनों ने चौकी इंचार्ज राघवेन्द्र सिंह का आभार जताया। लिखा-पढ़ी के बाद बच्ची को परिजनों को सौंप दिया गया और वह बच्ची को लेकर चले गये।

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