छत्तीसगढ़ में जिले का लाल विकास सिंघल शहीद
मंत्री कपिल देव ने गांव पचैण्डा पहुंचकर शहीद के परिजनों को दी सांत्वना। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिजनों को 50 लाख की मदद का किया ऐलान। परिवार के सदस्य को मिलेगी सरकारी नौकरी, विकास के नाम पर होगी एक सड़क।
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर का लाल देर रात छत्तीसगढ़ में नक्सलीवादी हमले मे शहीद हो गया। जैसे ही परिजनों को सूचना मिली परिवार में कोहराम मच गया। नई मंडी थाना क्षेत्र के पचेन्डा गांव निवासी विकास सिंघल सीआरपीएफ में डिप्टी कमांडेंट के पद पर तैनात था। शहीद विकास सिंघल का पार्थिव शरीर मुजफ्फरनगर उनके आवास गांव पचेन्डा में पहुंचेगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन के अफसरों ने तैयारी की। एसडीएम सदर दीपक कुमार ने गांव जाकर शहीद जवान के परिजनों से मुलाकात की। विकास के शहीद होने की खबर के बाद गांव मे शोक की लहर दौड़ गई। प्रदेश के कौशल विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने सवेेरे उनके निवास पर पहुंच कर श्र(ांजलि दी और परिवार को ढांढस बंधाया। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से भी बात कर इसके लिए सूचना दी। इसके बाद मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से शहीद विकास के परिजनों को आर्थिक सहायता व शहीद के सम्मान में अन्य घोषणाएं की गयी हैं।
रायपुर से मिली सूचना के अनुसार छत्तीसगढ़ के सुकमा में आईईडी ब्लास्ट से कल घायल सीआरपीएफ के डिप्टी कमान्डेंट विकास कुमार का देर रात राजधानी के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। राज्य के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में तैनात सीआरपीएफ की 208 कोरबा बटालियन को बीते रविवार को किस्टाराम के कांसानाला के पास आईईडी बम होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद बटालियन की टीम ने डिप्टी कमान्डेंट विकास कुमार सिंघल ने मौके पर पहुंच कर बम बरामद किया। इस बम की बरामदगी के बाद विकास सिंघल बम निष्क्रिय करने में जुट गया था। इस कार्यवाही के दौरान यह बम फट गया, जिसमें डिप्टी कमान्डेंट विकास कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सैन्य सूत्रों के अनुसार विकास सिंघल को घायलावस्था में रविवार की शाम लाकर राजधानी रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया।
शहीद डिप्टी कमान्डेंट को आज माना विमानतल के निकट स्थित माना चैथी बटालियन में श्र(ाजंलि आर्पित की गई।पुलिस महानिदेशक डी.एम.अवस्थी सहित पुलिस एवं सीआरपीएफ के आला अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे। रायपुर से विकास सिंघल का पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम भेजने के लिए तैयारी कर ली गयी थी। विमान से विकास का शरीर दिल्ली लाया गया। सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट शहीद विकास सिंघल मुजफ्फरनगर शहर से सटे गांव पचेंडा के निवासी थे। वह अपने पीछे एक 4 साल की बेटी और एक 2 साल का बेटा छोड़ कर गए हैं। शहीद विकास सिंघल के पिता रविंद्र सिंगल हेड मास्टर के पद से रिटायर होकर अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि सवेरे विकास की बटालियन के अधिकारियों की ओर से फोन पर उसकी शहादत की सूचना दी गयी। इस सूचना के बाद उनके परिवार में कोहराम मच गया। गांव में शोक की लहर है। उनके परिवार में शहीद विकास सिंघल के अलावा दो बेटे और उनकी धर्मपत्नी और विकास सिंघल की धर्मपत्नी हैं। जैसे ही डिप्टी कमांडेंट विकास सिंघल कि शहीद की सूचना गांव में परिजनों को मिली तो गांव में शहीद विकास सिंघल के घर पर गांव वालों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। परिवार में रो-रो कर कोहराम मचा हुआ है । परिजन बताते हैं शहीद विकास सिंगल बहुत ही मिलनसार स्वावलंबी और सभी का मान सम्मान करने वाला युवक था। उसके पिता ने कहा कि हमें गर्व है कि हमारा बेटा देश की रक्षा करते हुए शहीद हुआ है। आज देर शाम तक शहीद विकास सिंघल का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचने की संभावना है। कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस पर शोक जताते हुए कहा कि शासन स्तर से शहीद जवान के परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
विकास सिंघल की शहादत के सम्बंध में एडीएम प्रशासन अमित सिंह ने बताया कि उनकी बटालियन की ओर से जिला प्रशासन को सूचित किया गया है। इसमें आईईडी बम ब्लास्ट में विकास की शहादत होने की बात कही गयी है। इसके लिए शासन को भी सूचना प्रेषित कर दी गयी है। शहीद का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ कराये जाने के लिए दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं। उसकी तैयारी की जा रही है। शहीद के गांव में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों का भेजा गया है। संभवतः अंतिम संस्कार मंगलवार की सुबह किया जायेगा। शहीद विकास सिंघल 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुआ था।