अपराध से तौबा करने वाले को पुलिस ने ठोकी बुलेट-हंगामा

ग्रामीणों के साथ भाकियू नेताओं ने घेरा चरथावल थाना, दरोगा को जमीन पर बैठाकर बनाया बंधक। फर्जी मुठभेड़ का लगाया आरोप, रात दो बजे घर में घुसकर तोड़फोड़ और महिलाओं से रोष। सीओ सदर ने थाने जाकर संभाला मामला, मुठभेड़ की जांच, नया मुकदमा दर्ज नहीं करने का दिया भरोसा।

Update: 2020-10-15 10:45 GMT

मुजफ्फरनगर। जनपद में अपराधियों को पकड़ने की होड़ में जुटी मुजफ्फरनगर पुलिस का उतावलापन आज भारी पड़ गया। लोगों ने फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाकर थाने का घेराव कर दरोगा को पकड़कर नीचे जमीन पर बैठाने के बाद बंधक बनाकर जमकर हंगामा किया। भाकियू नेताओं ने पुलिस पर अपराध का रास्ता छोड़कर समाज में सीधा साधा जीवन व्यतीत करने वाले लोगों को परेशान कर फिर से अपराध के रास्ते पर लाने की नीति अपनाने के आरोप लगाये और रोष जताया। बाद में सीओ सदर ने थाने पर पहुंचकर लोगों को शांत किया और मुठभेड़ में घायलावस्था में पकड़े गये आरोपी के मामले में जांच कराने तथा उस पर नया कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराये जाने का भरोसा दिया।


प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार को खबर आई कि चरथावल पुलिस की क्षेत्र में चैकिंग करते हुए कुल्हेडी निवासी एक बदमाश के साथ मुठभेड़ हो गयी। इसको लेकर अभी पुलिस जश्न ही मना रही थी कि भाकियू के सदर तहसील अध्यक्ष विकास शर्मा, जिला पंचायत सदस्य जुबेर मलिक व युवा जिलाध्यक्ष भाकियू सतेंद्र पुंडीर के नेतृत्व में कुल्हेडी के सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ मुठभेड़ में पकड़े गये आरोपी के परिजन चरथावल थाने पहुंचे और थाने का घेराव करते हुए धरना शुरू कर दिया। इसी बीच मामले को संभालने के लिए आगे आये एक दरोगा को भी भाकियू नेताओं ने पकड़कर जमीन पर बैठा लिया और बंधक बना लिया। काफी देर तक दरोगा को धरने पर ही बैठाये रखा गया।


थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने भी इन लोगों से वार्ता करते हुए समझाने का प्रयासा किया, लेकिन इन लोगों ने चरथावल पुलिस पर अपराध से तौबा कर चुके एक व्यक्ति को फर्जी मुठभेड़ में जंगल में ले जाकर पैर में गोली मारकर घायल करने के साथ ही रात को दो बजे कुल्हेडी में उसके घर पर दबिश देकर उठा लाने के आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। आरोप हे कि मुठभेड़ के लिए ले जाने पर जब उसकी पत्नी व अन्य परिजनों ने विरोध किया तो पुलिस ने मारपीट की और तोड़फोड़ भी की गयी। काफी देर तक यहां पर हंगामा चलता रहा। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस अफसरों में हड़कम्प मच गया। सीओ सदर कुलदीप चरथावल थाने पहुंचे। वहां पर उन्होंने मुठभेड़ में पकड़े गये आरोपी के परिजनों और भाकियू नेताओं के साथ वार्ता की। उन्होंने ग्रामीणों को समझाया। यहां पर लोगों ने आरोपी के खिलाफ कोई भी अन्य कानूनी कार्यवाही नहीं करने और इस मुठभेड़ की जांच कराये जाने की मांग की है। इस पर सीओ सदर ने भरोसा दिया कि जांच के साथ ही आरोपी पर कोई भी नया मुकदमा दर्ज नहीं किया जायेगा।

भाकियू नेता विकास शर्मा का कहना है कि हम अपराधियों के पक्षधर नहीं है, लेकिन जब अपराध का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की सरकारी नीति है, और कोई इसके लिए अमल कर अपना परिवार मेहनत मजदूरी कर चला रहा है तो उसको सुधरने का अवसर दिया जाना चाहिए। चरथावल पुलिस की कार्यवाही की उन्होंने निंदा करते हुए कहा कि भाकियू इस प्रकार की किसी भी प्रकरण को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यदि अपराध छोड़ने वालों के प्रति पुलिस का यही रवैया रहेगा तो कोई भी पुलिस पर विश्वास कर अपराध का रास्ता छोड़ने को तैयार नहीं होगा। इस मौके पर ठाकुर सतीश, मामचंद प्रधान, पप्पू राणा, ब्रजपाल राणा, अभिषेक बंसल, सरफराज त्यागी, ताजीन त्यागी, सलीम पुंडीर, युवा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पुंडीर, नीतू राणा, करसन ठाकुर, राकेश कुमार, नावेद, संजय त्यागी युवा ब्लाक अध्यक्ष मुख्य रूप से मौजूद रहे।

एक साल पहले एसओ सूबे सिंह के समक्ष की थी अपराध से तौबा

मुजफ्फरनगर। बुधवार की देर रात चरथावल थाना पुलिस ने एसओ धर्मेन्द्र सिंह के नेतृत्व में चैकिंग के दौरान जिस मुठभेड़ में कुल्हेडी निवासी आरोपी बदमाश को पकड़ा है, वह एक साल पहले 19 अक्टूबर 2019 को चरथावल थाने में ही अपराध से तौबा करते हुए थानाध्यक्ष को शपथ दे चुका है। उस दौरान इस बदमाश के सरेंडर के लिए चरथावल पुलिस की जितनी प्रशंसा हुई थी, एक साल बाद उसका कथित एनकाउंटर करने पर चरथावल पुलिस आज उतनी ही फजीहत झेल रही है।

एक साल पहले अक्टूबर 2019 को चरथावल थाने में एसओ सूबे सिंह यादव को ग्रामीणों के साथ अपराध छोड़ने का शपथ पत्र देता कुल्हेडी का दिलशाद।

दरअसल चरथावल थाना क्षेत्र के गांव कुल्हेड़ी का रहने वाला बदमाश दिलशाद उर्फ बब्बू पुत्र जमील 19 अक्टूबर 2019 को भारतीय किसान यूनियन के सदर अध्यक्ष विकास शर्मा व गांव के दर्जनों लोगों के साथ चरथावल थाने पहुंचा था। दिलशाद ने थाना प्रभारी सूबे सिंह यादव को शपथ पत्र देकर भविष्य में अपराध नहीं करने की कसम खाकर भविष्य में सामान्य जीवन व्यतीत करने की इच्छा जताई थी। दिलशाद का कहना था कि पुलिस के खौफ के चलते उसने अपराधों से तौबा की है। अब भविष्य में वह कभी भी अपराध के मार्ग पर नहीं चलेगा और सामान्य जीवन जीने के साथ पुलिस का सहयोग करेगा। भाकियू नेता विकास शर्मा का कहना है कि दिलशाद तभी से सामान्य जीवन व्यतीत कर रहा है। वह छोटी जोत का किसान है और गांव में करीब 3-4 बीघा में खेती करने के साथ ही अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए मेहनत मजदूरी करता है। आज उसका एनकाउंटर कर चरथावल पुलिस ने जनता के बीच विश्वास को तोड़ने का काम किया है।

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